इस बार सम-विषम होगा आसान, सरकार ने चार विकल्पों द्वारा दिया समाधान

 


इस बार सम-विषम होगा आसान, सरकार ने चार विकल्पों द्वारा दिया समाधान



दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते हुए प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में दोबारा से सम-विषम नियम लागू करने की घोषणा की है। इस बार यह नियम चार नवंबर से 15 नवंबर तक के लिए लागू किया जाएगा।
 

नियम के अनुसार, जिन निजी वाहनों का रजिस्ट्रेशन नंबर विषम संख्या पर खत्म होता है वे विषम वाले दिन सड़क पर चलेंगे जबकि सम संख्या वाले वाहन सम वाले दिन चलेंगे।

इस बीच लोगों को इन दिनों कम परेशानी का सामना करना पड़े इसके लिए केजरीवाल सरकार ने कुछ वैकल्पिक परिवहन विकल्प निकाले हैं। लोग इन दो सप्ताह में इन विकल्पों का इस्तेमाल कर सकते हैं। आइए जानते हैं क्या हैं वो चार विकल्प...


किराए पर ले सकते हैं कार



दिल्ली में कई ऐसी एजेंसियां हैं जो किराए पर कार उपलब्ध कराती है। जैसे जूमकार, माइल्स और वॉलर कार जो विभिन्न तरह के वाहनों को किराए पर देती हैं। इसलिए आप अलग-अलग दिनों में किराए पर कार ले सकते हैं। 




कारपूलिंग



क्विक राइड और ब्लाब्ला कार ऐप बेस्ड कार पूल सेवाएं हैं। इसमें आप अपने दफ्तर या अपनी मंजिल की दिशा में जा रहे किसी भी रजिस्टर्ड यूजर के साथ संपर्क कर उसकी कार में यात्रा कर सकते हैं। जिसका आपको बाद में किराए के रूप में भुगतान करना होगा। भारत सरकार भी कार पूलिंग का समर्थन करती है।


 



बस शटल सेवाएं


Shuttle Bus



दिल्ली में कुछ ऐसी बस सेवाएं मौजूद हैं, जिसमें आप अपनी सीट पहले से ही बुक करा सकते हैं। यह आपको आपके घर से दफ्तर और दफ्तर से घर ले जाने और छोड़ने में मदद करती हैं। बसों में मौजूद आरामदायक सीटें और एयर-कंडीशनर होने से आपकी यात्रा और भी सुखद हो जाती है। ऐसी कई बसें दिल्ली में चलती हैं लेकिन शटल बस सेवा सबसे मशहूर है।




कैब


ओला ऊबर ने लिया किराया न बढ़ाने का फैसला



ओला और ऊबर जैसी कैब सवाओं की शहर में काफी ज्यादा मांग है। इन कैब का सबसे बढ़िया फायदा यह है कि आप खुद को अपनी मनपसंद जगह से ले जाने और अपनी मंजिल तक पहुंचाने के लिए आप खुद की पर्सनल कैब बुक कर सकते हैं या फिर थोड़ी दूर जाने के लिए या किराया बचाने के लिए शेयर कैब भी बुक कर सकते हैं। 





 



दिल्ली में सम-विषम नियम के दौरान लोगों को कम परेशानी का सामना करना पड़ेगा क्योंकि पिछली बार जब यह निमय लागू किया गया था तब इसके लिए न तो लोगों की तैयारी थी और न ही सरकार द्वारा किए गए इंतजाम काफी थे। लेकिन इस बार आपके पास ढेरों विकल्प उपलब्ध हैं।